शिमला, 06 नवंबर । हिमाचल प्रदेश में सामने आए करोड़ों रूपये की क्रिप्टो करंसी ठगी मामले की जांच के लिए गठित पुलिस की एसआईटी लगातार आरोपियों पर शिकंजा कस रही है और अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। डीआईजी अभिषेक दुल्लर की अगुवाई में एसआईटी ने रविवार को तीन पुलिसकर्मियों सहित आठ आरोपियों को काबू किया। इन आरोपियों में तीन पुलिस कर्मी और एक फोरेस्ट गार्ड भी शामिल है।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी पुलिस थाना भवारना के पुलिसकर्मी नरेश कुमार निवासी समलेहरा तहसील जोड़े अंब, जिला हमीरपुर, ऊना की बनगढ़ जेल के वार्डन सुनील कुमार निवासी बिझड़ी जिला हमीरपुर, कृष्ण दत्त निवासी मोहन जिला हमीरपुर, नादौन में फोरेस्ट गार्ड राम कुमार राणा निवासी सुजानपुर टिहरा जिला हमीरपुर, जाहू में तैनात महिला पुलिसकर्मी ज्योति पत्नी पंकज राणा निवासी मोरसू, तहसील बड़सर जिला हमीरपुर को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा बद्दी के मानपुरा में नील धीमान निवासी खरूनी मानपुरा, नालागढ़ और पुलिस बटालियन जंगल बैरी के पुलिसकर्मी बलवीर सिंह निवासी छत्तरायाना तहसील सरकाघाट, जिला मंडी और गुरदीप सिंह निवासी नालागढ़ को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोपियों पर क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप हैं।
प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि एसआईटी ने करोड़ों की ठगी मामले में तीन पुलिसकर्मियों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। ठगी में शामिल लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि क्रिप्टो क्वाइन और अलग-अलग वेब साइट के जरिए करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया गया। करोड़ों के घोटाले में आम लोगों के साथ-साथ पुलिस विभाग के कई कर्मचारी भी बड़ी संख्या का शिकार हुए हैं। क्रिप्टो करंसी ठगी के जरिए करीब 2500 करोड़ का अवैध निवेश हुआ है। एसआईटी को अब तक की जांच में दो हजार करोड़ से अधिक की ट्रांजेक्शन मिली हैं।
क्रिप्टो करंसी ठगी के किंगपिन मंडी का सुभाष शर्मा देश छोडकऱ विदेश भाग चुका है। क्रिप्टो करंसी के झांसे में आकर लोगों की मेहनत की कमाई के लगभग 500 करोड़ रुपये डूब गए हैं। राज्य के विभिन्न जिलों से क्रिप्टो करंसी धोखाधड़ी की 300 से अधिक शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई हैं।