नई दिल्ली, 23 मार्च । बैंकिंग संकट के बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने नीतिगत ब्याज दर में एक बार फिर इजाफा किया है। फेडरल रिजर्व ने बुधवार देर रात ब्याज दर में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के बाद फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें बढ़कर अब 4.75 से बढ़कर पांच फीसदी हो गई है। फेडरल ने इस साल एक और बार ब्याज दर बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
फेडरल रिजर्व का फैसला ऐसे वक्त आया है, जब अमेरिका भारी बैंकिंग संकट से जूझ रहा है। हाल में अमेरिका के दो बड़े बैंक सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक दिवालिया हो गए। अमेरिका के 186 बैंकों पर संकट मंडरा रहा है। फेडरल रिजर्व ने राहत देने की बजाय नीतिगत ब्याज दर में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने साफ किया है कि उसका मुख्य फोकस अभी महंगाई को रोकना है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इस फैसले के बाद अप्रैल के पहले हफ्ते में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भी दरों में 0.25 फीसदी का इजाफा कर सकता है। इसी हफ्ते यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने भी क्रेडिट सुइस बैंक संकट के बाद ब्याज दरों में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था। इससे पहले फरवरी में आरबीआई ने भी रेपो रेट में 0.25 फीसदी का इजाफा किया गया था, जो 6.25 फीसदी से बढ़कर 6.50 फीसदी हो गई है।