नई दिल्ली, 31 मार्च । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज (शुक्रवार) वाणिज्य भवन में विदेश व्यापार नीति 2023 का अनावरण किया। इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहीं।
इस मौके पर केंद्रीयमंत्री गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पटल पर बहुत सी समस्याओं के बावजूद हमारे लिए मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 अच्छा रहा है। हमने 750 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा था, लेकिन ऐसा लग रहा है कि हम 765-770 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने तीन साल के अंतराल के बाद नई विदेश व्यापार नीति तैयार की है। कोरोना की वजह से अभी तक मौजूदा विदेश व्यापार नीति ही लागू थी। यह 31 मार्च, 2023 को समाप्त हो जाएगी।
नई विदेश व्यापार नीति अगले पांच साल के लिए होगी। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के महानिदेशक संतोष सारंगी ने कहा कि हमने यह सुनिश्चित किया है कि इस नीति की कोई अंतिम तिथि नहीं है, इसे समय-समय पर अपडेट किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा पिछली पांच साल की विदेश व्यापार नीति की अवधि मार्च, 2020 में खत्म हो गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से इस नीति को कई बार विस्तार दिया गया। इसे अंतिम बार सितंबर, 2022 में 31 मार्च 2023 तक के लिए बढ़ाया गया था।