उत्तर दिनाजपुर, 27 अप्रैल । पश्चिम बंगाल से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने जा रही है। ट्रेन का रैक गुरुवार को हावड़ा पहुंच गया है। हालांकि अभी रूट तय नहीं है।
दक्षिण पूर्व रेलवे सूत्रों के मुताबिक ट्रेन का ट्रायल रन हावड़ा-पुरी रूट पर 28 और 30 अप्रैल को होगा। फिलहाल 24 अप्रैल को रेलवे बोर्ड चेन्नई आईसीएफ सहित संबंधित विभागों को भेजे गए पत्र से इसकी पुष्टि हुई है। दक्षिण पूर्व रेलवे ने बोर्ड को हावड़ा-पुरी और हावड़ा-रांची दो रूटों पर वंदे भारत चलाने में रुचि दिखाई थी। न्यू जलपाईगुड़ी-गुवाहाटी भी एक संभावित मार्ग है। इसके लिए तो रेलवे ने टाइम टेबल भी तैयार कर लिया है।
रेलवे अधिकारियों को लगता है कि ट्रेन का संभावित मार्ग हावड़ा से पुरी तक है। इसलिए इस रूट को 130 किलोमीटर की रफ्तार के काबिल बनाया गया है। ट्रायल रन के बाद यह साफ हो पाएगा कि हावड़ा से सेमी हाई स्पीड ट्रेन को पुरी पहुंचने में कितना समय लगेगा? अधिकारियों ने कहा कि यह ट्रेन अन्य ट्रेनों की तुलना में काफी कम समय में पहुंचेगी।
उल्लेखनीय है कि हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस इस साल की शुरुआत में शुरू की गई थी। जो तरह-तरह के विवादों के बीच दौड़ रही है। इस बीच बंगाल से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जानी थी।
रेलवे बोर्ड ने चेन्नई आईसीएफ को वंदे भारत एक्सप्रेस के 15वें और 16वें रैक दक्षिण पूर्व रेलवे और उत्तर पूर्वी सीमांत रेलवे को आवंटित करने का निर्देश दिया था। नतीजतन, सरकार के निर्देशों के अनुसार इन दोनों रेलवे पर दो रैक आने वाले हैं।
हावड़ा-रांची रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस की औसत रफ्तार केवल 59 किमी प्रति घंटा है। धनबाद के बाद खनन क्षेत्र में भूमिगत आग लगने से बोकारो-चंद्रपुरा रूट पर महज 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चल रही है। उस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने में रेलवे की यह एक बड़ी बाधा है। रांची से खड़गपुर, टाटानगर, पुरुलिया के रास्ते जाने पर भी विचार किया जा रहा है। हावड़ा-पुरी रूट पर यात्रियों की संख्या ज्यादा है। रेलवे लाइन की तकनीकी दिक्कतें भी कम हैं। तीर्थ और पर्यटन की दृष्टि से पुरी बहुत महत्वपूर्ण है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस कहां और कैसे चलेगी, यह रेलवे बोर्ड तय करेगा।