पेटीएम का घाटा अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 840 करोड़ रुपये पहुंचा

पेटीएम का घाटा अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 840 करोड़ रुपये पहुंचा

नई दिल्ली। ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम ब्रांड की मूल कंपनी वन कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे का ऐलान कर दिया है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 840 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 358.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

पेटीएम ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में उसका घाटा बढ़कर 840 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 358.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने कहा कि उसकी एकीकृत आमदनी 33.48 फीसदी घटकर 1,639.1 करोड़ रुपये रह गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,464.2 करोड़ रुपये थी।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक लगाने का असर उसके बिजनेस पर दिखा है। अप्रैल-जून तिमाही नतीजों की घोषणा के बाद पेटीएम के शेयरों में करीब एक फीसदी की तेजी देखने मिली है। यह 450 रुपये पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, बीते एक साल में कंपनी के शेयरों में करीब 45 फीसदी की गिरावट आई है।