मूडीज ने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाकर 5.5 फीसदी किया

मूडीज ने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाकर 5.5 फीसदी किया

नई दिल्ली, 01 मार्च । अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर अच्छी खबर आई है। रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने वर्ष 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 4.8 फीसदी से बढ़ाकर 5.5 फीसदी कर दिया है। मूडीज ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ के अनुमान में यह बढ़ोतरी केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय में तेज वृद्धि और बेहतर आर्थिक हालात के मद्देनजर की है।

मूडीज ने बुधवार को जारी वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 में वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले यह अनुमान 4.8 फीसदी रहने का था। वहीं, एजेंसी ने वर्ष 2024 में 6.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है। हालांकि, मूडीज ने वर्ष 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को सात फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है।

एजेंसी ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के ताजा अपडेट में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी-20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए आर्थिक वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वर्ष 2022 के मजबूत अंत के चलते जीडीपी ग्रोथ में यह बढ़ोतरी की है।

मूडीज ने कहा है कि भारत के मामले में वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन में (जीडीपी का 3.3 फीसदी) की तेज बढ़ोतरी की गई है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 के 7,500 अरब रुपये से बढ़कर 10,000 अरब रुपये हो गया है। ऐसे में वर्ष 2023 में वास्तविक जीडीपी में वृद्धि की दर 0.70 फीसदी अधिक यानी 5.5 फीसदी हो सकती है, जबकि वर्ष 2024 में इसके 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है।

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत सहित कई बड़े उभरते बाजार वाले देशों में आर्थिक गति पिछले साल के अनुमान से अधिक मजबूत रही है। मूडीज ने कहा कि 2022 की दूसरी छमाही में मजबूत आंकड़े इस बात की उम्मीद जताते हैं कि 2023 में प्रदर्शन मजबूत रहेगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने एक दिन पहले जारी अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।