मुंबई/नई दिल्ली, 11 अगस्त। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमीर देशों के नेतृत्व में ठोस वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया ताकि कर्ज में डूबे देशों की ऐसे समय में मदद की जा सके।
सीतारमण ने शुक्रवार को वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से आयोजित जी-20 के एक ऑनलाइन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमने हाल के वर्षों में इतनी बड़ी चुनौतियां कभी नहीं देखीं। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि भू-राजनीतिक मतभेद अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रभावित न करें। यही जी-20 समूह और शिखर सम्मेलन की मुख्य अवधारणा है।
वित्त मंत्री ने बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की खातिर ठोस प्रयासों का आह्वान करते हुए कहा कि जी-20 का एजेंडा सभी के लिए बेहतर कल तैयार करना है। उन्होंने कहा कि बहुपक्षवाद की चुनौतियों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए लगातार प्रयास जरूरी है। जी-20 ने गरीब देशों के कर्ज की समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए एक विशेषज्ञ समूह का गठन किया है।